Menu
blogid : 13883 postid : 784432

(कच्ची यादे)

लम्हे-फुरसत के
लम्हे-फुरसत के
  • 39 Posts
  • 55 Comments

कुछ ख्वाबो को बुला लाया हूँ
कुछ अरमानो को सुला आया हूँ
तेरी यादे जो मेरे दिल मे थी अभी जिदा
मुझको जीने नही देती तो भुला आया हूँ
वो जो हर्फो मे मै अहसास लिखा करता था
खतो मे कैद वो अहसास जला आया हूँ
बैठ के फिर से थोडी देर उन वीरानो मे
जिनको बहना ही था वो अश्क बहा आया हूँ
और जो नाम लिखे थे वहाँ दरख्तो मे
उन नामो से खुद का नाम मिटा आया हूँ
यहाँ यादो को भुलाने की दवा मिलती है
इसीलिये मै फिर से आज पीने आया हूँ
मुझको कुछ घूट पिला दे तेरा क्या जायेगा
मौत के रास्तो पे चलके जीने आया हूँ
(मेरी कलम से सौरभ मिश्र)

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply